नाकाम

मेरी कोशिशे नाकाम कर तुझे क्यो अच्छा लगता है। 
तेरे जहन मे जलन का मुद्दा ही क्यो चलता रहता है। 
है हिम्मत गर तुझमे तो क्यो न कदम आगे बढाता है। 
तब देखूं मेरे सिवा तुझे कौन अपना नजर आता है।।

Comments

Popular posts from this blog

विश्वासघाती

अभागिन माँ की वेदना#justice 4 twinkle

बेशर्म आदमी