पढ़े चलो,बढ़े चलो

शीर्षक:-"पढ़े चलो,बढ़े चलो

"कर्त्तव्य पथ पर बढ़े चलो,
मन लगाकर पढ़े चलो।
स्कूल समय से जाना  है,
न करना कोई बहाना है।
हम नित नवीन सबक अब सीखेगे,
हम आपस मे प्रेम से रहना सीखेगे।
सत्य व सद्गुण हमे अपनाना है,
बुराईयो को खुद से दूर भगाना है।
बड़ों का आदर हमे खूब अब करना है,
पढ़ लिखकर आगे हमे अब बढ़ना है।।"

रचनाकार-
*अभिषेक शुक्ला "सीतापुर"

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